प्रकाश विद्युत प्रभाव [Photo Electric Effect]

⚡प्रकाश विद्युत प्रभाव ⚡

जब किसी धातु के तल पर एक निश्चित आवृत्ति से अधिक  आवृत्ति की प्रकाश किरणों को डाला जाता है तो, धातु की उस  सतह से इलेक्ट्रॉनों का उत्सर्जन होने लगता है,इस घटना  को प्रकाश विद्युत उत्सर्जन अथवा प्रकाश विद्युत प्रभाव  कहते हैं।

फोटोन का इलेक्ट्रान मे बदलना

इस दौरान निकलने वाले इलेक्ट्रॉनों को  फोटोन इलेक्ट्रॉन अथवा प्रकाश इलेक्ट्रॉन कहते हैं, 

था इलेक्ट्रॉन के कारण उत्पन्न धारा को प्रकाश विद्युत धारा कहते हैं।


⚛️इलक्रॉन⚛️

इलेक्ट्रॉन एक मौलिककण है,जो परमाणु का एक हिस्सा होता है। इस पर नकारात्मक विद्युत आवेश होता है। यह परमाणु के  नाभिक के चारों ओर विभिन्न कक्षाओं में चक्कर लगाता है।

इलेक्ट्रोंन परमाणु का चित्र

इस घटना के लिए लघु तरंगदैर्घ्य ( अर्थात उच्च आवृत्ति ) का प्रकाश दीर्घ तरंग दैर्घ्य ( अर्थात निम्न आवृत्ति ) के प्रकाश के अपेक्षा अधिक प्रभावी होता है।


🌑द्रव्यमान🌑:-

इसका द्रव्यमान बहुत कम होता है, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की तुलना में लगभग 1/1836 गुना।


प्रयोगशाला में रखी दो भारी वस्तुओं का द्रव्यमान मापने वाली तुला


विद्युत धारा⚡:- 

इलेक्ट्रॉनों का प्रवाह ही विद्युत धारा कहलाता है।
 ये कण रासायनिक बंधों के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

एक चालक तार के माध्यम से एक निश्चित दिशा में बहते हुए इलेक्ट्रॉनों का चित्रण, जो विद्युत धारा को दर्शाता है।

आसान शब्दों में:-

इलेक्ट्रॉन वह छोटा कण है जिस पर ऋण आवेश होता है और जो परमाणु के केंद्र के चारों ओर घूमता रहता है।


🟡फोटॉन🟡

फोटॉन एक मूलभूत कण है जो "प्रकाश" और सभी प्रकार के विद्युत चुम्बकीय विकिरण की ऊर्जा की सबसे छोटी इकाई होती है। इसे अक्सर प्रकाश का पैकेट या ऊर्जा का बंडल भी 
कहा जाता है।
तीव्र गति से यात्रा करता हुआ एक एकल फोटॉन कण


मुख्य विशेषताएँ:-
अल्बर्ट आइंस्टीन और मैक्स प्लांक के सिद्धांतों के अनुसार, ऊर्जा का उत्सर्जन और अवशोषण निरंतर नहीं होता, बल्कि छोटे-छोटे बंडलों के रूप में होता है। इन्हीं बंडलों को फोटॉन कहते हैं।

द्रव्यमान :- 
फोटॉन का विराम द्रव्यमान शून्य होता है। इसका कोई द्रव्यमान नहीं होता जब यह स्थिर होता है, हालांकि गति में होने पर इसमें संवेग होता है।
प्रयोगशाला में रखी दो भारी वस्तुओं का द्रव्यमान मापने वाली तुला


गति :- 
फोटॉन हमेशा प्रकाश की गति से चलता है, जो निर्वात vacuum में (3 \times 10^8) मीटर/प्रति सेकंड होती है। 

प्रकाश की गति (लिखित) की छवि।


आवेश :-
 फोटॉन पर कोई विद्युत आवेश नहीं होता है। यह उदासीन  होता है।
आवेशों के लिए उपयुक्त होने वाले चिन्हों की छवि।


कार्य :-
 यह वह कण है जो विद्युत चुम्बकीय बल का वहन करता है।

आसान शब्दों में:-
बल्ब से निकलती हुई प्रकाश किरणों की छवि।


जब आप किसी बल्ब से रोशनी निकलते देखते हैं, तो वह रोशनी वास्तव में छोटे-छोटे, अत्यधिक तेज़ गति वाले ऊर्जा के कणों (फोटॉन) की एक धारा होती है।

पॉपुलर सवाल

[Ampere] एम्पियर क्या है, इसकी परिभाषा, मानक परिभाषा एवम् प्रतीक

[Luminous Intensity] ज्योति तीव्रता किसे कहते हैं? इसकी परिभाषा, मात्रक, विमा, सूत्र एवम् संकेत

[Solid angle] घन कोण क्या है, इसकी परिभाषा तथा सूत्र एवम् संकेत

सार्थक अंक क्या होते हैं, कैसे निकालते हैं, परिभाषा,नियम और उदाहरण (Significant Figure)

[Luminous Flux] ज्योति फ्लक्स क्या है, किसे कहते हैं, इसकी परिभाषा, मात्रक, सूत्र एवम् प्रतीक

मीटर की परिभाषा [ definition of Meter ]

धारा रेखी प्रवाह [Stream line flow]

[Mole] मोल की परिभाषा, संकेत एवम् मानक परिभाषा

निरपेक्ष त्रुटि क्या होती है? इसकी परिभाषा, मात्रक तथा सूत्र

विमा, विमीय सूत्र, विमीय समीकरण [Dimensions, Dimensional Formula, Dimensional Equation]