रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण
🔎 परिभाषा 🔍
शब्दों के स्थान पर चिन्हों या रासायनिक सूत्रों की सहायता से रासायनिक अभिक्रियाको संक्षिप्त दर्शाया जा सकता है;
अतः किसी रासायनिक अभिक्रिया को अभिकारक और उत्पादों के नामों के स्थान पर उनके प्रतीक और रासायनिक सूत्री द्वारा लिखने पर जी समीकरण प्राप्त होती है, उसे "रासायनिक समीकरण" करते हैं।
✍ रासायनिक समीकरण लिखने की विधि ✍
किसी रासायनिक अभिक्रिया को रासायनिक समीकरण लिखते समय निम्नलिखित बातों का रखना चाहिए-
(i) अभिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थ (अभिकारक तथा अभिक्रिया के फलस्वरूप उत्पन्नपदार्थों (उत्पाद) के रासायनिक सूत्र ज्ञात करने चाहिए।
(ii) रासायनिक समीकरण में पदार्थ सदैव अणु के रूप में लिखे जाते हैं जैसे हाइड्रोजन नाइट्रोजन ऑक्सीजन तथा क्लोरीन आदि की क्रमशः H₂, N. O, और CL, आदि लिखते हैं। क्योंकि ये सभी गैसे द्विपरमाणु है। एकपरमाणुक तत्वों को उनके प्रतीकों द्वारा लिखा जाता है जैसे सोडियम, मैग्नीशियम कॉपर व चाँदीको क्रमशः Na, Mg, Cu, तथा Ag आदि लिखा जाता है।
(iii) रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले अभिकारको को प्रतीको अथवा सूत्रों द्वारा बायीं ओर लिखा जाता है तथा विभिन्न अभिकारकों के बीच धन (+) का चिह्न लगा दिया जाता है जैसे मैग्नीशियम धातु (Mg), अक्सिजन (0₂) में जलती है इसके लिए बायाँ पक्ष Mg+O² होगा।
(iv) रासायनिक अभिक्रिया के बाद प्राप्त उत्पादों को प्रतीको अथवा रासायनिक सूत्रों द्वारा दायीं ओर लिखा जाता है: जैसे- मैग्नीशियम तथा ऑक्सीजन की रासायनिक अभिक्रिया में उत्पाद मैग्नीशियम (MgO) है इसलिए दायें पक्ष में MgO लिखा जाएगा।
अतः उपर्युक्त अभिक्रिया के लिए, Mg+O2→ MgO इस समीकरण को कंकाली समीकरण (Skeleton Equation) कहा जाता है; अन्त में कंकाली समीकरण को सन्तुलित कर लिया जाता है



