क्षारक क्या होता है? Iske गुणों व उपयोगों की व्याख्या।
क्षारक की परिभाषा- क्षारक एक रासायनिक पदार्थ होता है। यह लाल लिटमस पेपर को नीला कर देते हैं व इनका स्वाद कड़वा होता है।
अम्ल के साथ अभिक्रिया - अम्ल एवं क्षारक एक दूसरे के प्रति विरोधी होते हैं।अम्ल एवं क्षारक की अभिक्रिया करने पर यह एक दूसरे के प्रभाव को समाप्त देते हैं। अम्ल द्वारा क्षारक का प्रेषित प्रभाव तथा
क्षारक द्वारा अम्ल का प्रेषित प्रभाव समाप्त हो जाता है। अथवा अम्ल एवं क्षारक की अभिक्रिया के परिणामस्वरुप लवण तथा जल प्राप्त होते हैं। अम्ल एवं क्षारक की इस अभिक्रिया को उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते हैं।
जल के साथ अभिक्रिया - क्षारक जल में हाइड्रोक्साइड(oh-)आयन उत्पन्न करते हैं ।
जल में घुलनाील क्षारक को क्षार कहते हैं।
सभी अम्ल h+(aq) तथा सभी क्षारक oh- (aq) उत्पन्न करते हैं
सूचक - कपड़े पर लगे सब्जी के दाग पर जब क्षार के प्रकृति वाला साबुन उसके धब्बे का रंग भूरा लाल हो जाता है
गधीय सूचक -अमला व क्षारक में कोई एक ऐसा ये ऐसे पदार्थ जिनकी गंद अम्लीय व क्षारकीय मध्यम से थोड़ी भिन्न हो जाती है। इन्हें गंधीय सूचक कहते हैं।
धात्विक ऑक्साइड (क्षारक) के साथ अभिक्रिया - कैल्शियम हाइड्रोक्साइड जो एक क्षारक है कार्बन डाइऑक्साइड के साथ अभिक्रिया करके लवण एवं जल का निर्माण करता है। अंतः हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि यह अधात्विक ऑक्साइड अम्लीय प्रकार के होते हैं। व धात्विक ऑक्साइड क्षारकीय प्रकृति के होते हैं।
Ph स्केल - Ph एक सूचक है "potenz"जो एक जर्मन शब्द है जिसका मतलब होता है "शक्ति"।किसी विलयन में उपस्थित हाइड्रोजन आयन की सांद्रता ज्ञात करने के लिए एक स्केल विकसित किया गया है जिसे ph स्केल कहते हैं।
शून्य (अधिक अमलता ) सीट चौदह (अधिक
क्षारकीय ) तक ph को ज्ञात कर सकते हैं साधारण भाषा ph के ऐसी संख्या के रूप में देखना चाहिए जो विलयन की अमलता अथवा क्षारीयता को दर्शाते हैं।
अगर ph स्केल में ph का मान 7 से कम है तो यह विलयन अम्लीय है और यदि ph स्केल में ph का मान 7 से अधिक है तो यह विलयन
क्षारकीय हैं।